– आज बिहार लोकसेवा आयोग के सामने छात्रों पर लाठीचार्ज की जो अप्रिय घटना सामने आई है ।
– उसके पीछे भ्रम फैला कर राजनीतिक लाभ लेने की शर्मनाक कोशिश काम कर रही थी ।
– इसकी वजह से हमारे पढ़ने-लिखने वाले युवाओं को भी परेशानी उठानी पड़ी ।
– आज जो प्रदर्शन BPSC कार्यालय के सामने हो रहा था…उसका आधार ही भ्रामक था
– जिस नॉर्मलाइजेशन की आड़ में छात्रों को भड़काने का प्रयास किया जा रहा था
– उसका प्रस्ताव 70 वीं BPSC की परीक्षा में था ही नहीं
– दिनांक 23 सितंबर 2024 को जो विज्ञापन आयोग की ओर से निकाला गया था…उसमें कहीं भी नॉर्मलाइजेशन की चर्चा नहीं है ।
– दूसरी मांग जो भ्रमित करने वाले लोग उठा रहे थे…कि फिर से कुछ दिनों के लिए आवेदन के लिए पोर्टल को खोला जाए
– तो हम सभी को यह जानना चाहिए कि विज्ञापन के साथ 28 सितंबर से 18 अक्टूबर 2024 तक आवेदन करने का अवसर दिया गया था
– जिसे छात्रों की सुविधा के लिए बढ़ाकर 4 नवम्बर तक किया गया
– अब जबकि आयोग आगामी 13 दिसंबर को परीक्षा आयोजित करने जा रही है ।
– ऐसे में आवेदन के लिए पोर्टल फिर से खोलना और नए आवेदन करने वाले छात्रों के लिए परीक्षा की व्यवस्था कराना कठिन हो जाएगा ।
– – जो लोग BPSC की परीक्षा में बैठने की शैक्षणिक योग्यता हासिल नहीं कर पाए
– वो आज अपने राजनीतिक फायदे के लिए भ्रम फैलाकर युवाओं को भड़काने में जुटे हैं ।
– अपने एजेंट के रूप में सोशल मीडिया पर सस्ती लोकप्रियता बटोरने वाले लोगों को छात्रों का रहनुमा बनाकर आगे भेज रहे हैं ।
– उनका यह बर्ताव दुर्भाग्यपूर्ण तो है ही बिहार के प्रतिभाशाली युवाओं के लिए भी अहितकर है ।
– इस प्रकार का भ्रम और अशांति का वातावरण बनाकर ये लोग मेहनत करने वाले युवाओं के भविष्य को प्रभावित करने में लगे हैं ।
– एक सप्ताह बाद 13 दिसंबर को परीक्षा होनी है जिसमें राज्य ही नहीं देश के अलग अलग हिस्सों से छात्र आएंगे ।
– उनकी मेहनत को ये लोग प्रभावित कर रहे हैं ।
पटना से निशा चौहान का रिपोर्ट